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भारत के केरल राज्य की एथलीट हैं। वे आमतौर पर पी॰ टी॰ उषा के नाम से जानी जाती हैं, । "भारतीय ट्रैक और फ़ील्ड की रानी" मानी जानी वाली पी॰ टी॰ उषा भारतीय खेलकूद में १९७९ से हैं। वे भारत के अब तक के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से हैं।[केरल के कई हिस्सों में परंपरा के अनुसार ही उनके नाम के पहले उनके परिवार/घर का नाम है। उन्हें "पय्योली एक्स्प्रेस" नामक उपनाम दिया गया था।
1980: -- मास्को ओलम्पिक खेलों में भाग लिया
कराची अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में ४ स्वर्ण पदक प्राप्त किए।
1981: -- पुणे अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में २ स्वर्ण पदक प्राप्त किए।
हिसार अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में १ स्वर्ण पदक प्राप्त किया। लुधियाना अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में २ स्वर्ण पदक प्राप्त किए।
1982: -- विश्व कनिष्ठ प्रतियोगिता, सियोल में १ स्वर्ण व एक रजत जीता।
नई दिल्ली एशियाई खेलों में २ रजत पदक जीते।
1983: -- कुवैत में एशियाई दौड़कूद प्रतियोगिता में १ स्वर्ण व १ रजत पदक जीता।
नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में २ स्वर्ण पदक प्राप्त किए।
1984: -- इंगल्वुड संयुक्त राज्य में अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में २ स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
लॉस एंजेलेस ओलम्पिक में ४००मी बाधा दौड़ में हिस्सा लिया और १/१०० सेकिंड से कांस्य पदक से वंचित हुईं। ४x४०० मीटर रिले में सातवाँ स्थान प्राप्त किया। सिंगापुर में 8 देशीय अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में ३ स्वर्ण पदक प्राप्त किए। टोक्यो अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में ४००मी बाधा दौड़ में चौथा स्थान प्राप्त किया।
1985: -- चेक गणराज्य में ओलोमोग में विश्व रेलवे खेलों में २ स्वर्ण व २ रजत पदक जीते, उन्हें सर्वोत्तम रेलवे खिलाड़ी घोषित किया गया। भारतीय रेल के इतिहास में यह पहला अवसर था जब किसी भारतीय स्त्री या पुरुष को यह सम्मान मिला।
प्राग के विश्व ग्रां प्री खेल में ४००मी बाधा दौड़ में ५वाँ स्थान
लंदन के विश्व ग्रां प्री खेल में ४००मी बाधा दौड़ में कांस्य पदक
ब्रित्स्लावा के विश्व ग्रां प्री खेल में ४००मी बाधा दौड़ में रजत पदक
पेरिस के विश्व ग्रां प्री खेल में ४००मी बाधा दौड़ में ४था स्थान
बुडापेस्ट के विश्व ग्रां प्री खेल में ४००मी दौड़ में कांस्य पदक
लंदन के विश्व ग्रां प्री खेल में रजत पदक
ओस्त्रावा के विश्व ग्रां प्री खेल में रजत पदक
कैनबरा के विश्व कप खेलों में ४००मी बाधा दौड़ में ५वाँ स्थान व ४००मी में ४था स्थान
जकार्ता की एशियाई दौड़-कूद प्रतियोगिता में ५ स्वर्ण व १ कांस्य पदक
1986: -- मास्को के गुडविल खेलों में ४००मी में ६ठा स्थान
सियोल के एशियाई खेलों में ४ स्वर्ण व १ रजत पदक
मलेशियाई मुक्त दौड़ प्रतियोगिता में १ स्वर्ण पदक
सिंगापुर के लायंस दौड़ प्रतियोगिता में ३ स्वर्ण पदक
नई दिल्ली के चार राष्ट्रीय आमंत्रिण खेलों में २ स्वर्ण पदक
1987: -- सिंगापुर की एशियाई दौड़ कूद प्रतियोगिता में ३ स्वर्ण व २ रजत पदक
कुआला लंपुर की मलेशियाई मुक्त दौड़ प्रतियोगिता में २ स्वर्ण पदक
नई दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रिण खेलों में ३ स्वर्ण पदक
कलकत्ता दक्षिण एशिया संघ खेलों में ५ स्वर्ण पदक
रोम में दौड की विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया। ४००मी बाधा दौड़ के फ़ाइनल में प्रवेश पाने वाली वे पहली भारतीय बनीं।
1988: -- सिंगापुर मुक्त दौड़ प्रतियोगिता में ३ स्वर्ण पदक।
नई दिल्ली में ओलंपिक पूर्व दौड़ प्रतियोगिता में २ स्वर्म पदक
सियोल ओलंपिक में ४००मी बाधा दौड़ में हिस्सा लिया।
1989: -- नई दिल्ली की एशियाई दौड़ कूद प्रतियोगिता में ४ स्वर्ण व २ रजत पदक
कलकत्ता में अंतर्राष्ट्रीय आमंत्रण खेलों में ३ स्वर्ण पदक
मलेशियाई मुक्त दौड़ प्रतियोगिता में ४ स्वर्ण पदक
1990: -- बीजिंग एशियाई खेलों में ३ रजत पदक
1994: -- हिरोशिमा एशियाई खेलों में १ रजत पदक
पुणे के अंतर्राष्ट्रीय अनुमति खेलों में १ कांस्य पदक
1995: -- चेन्नई के दक्षिण एशियाई खेलों में १ कांस्य पदक
पुणे के अंतर्राष्ट्रीय अनुमति खेलों में १ कांस्य पदक
1996: -- ऍटलांटा ओलंपिक खेलों में भाग लिया।
पुणे के अंतर्राष्ट्रीय अनुमति खेलों में १ रजत पदक
1997: -- पटियाला के अंतर्राष्ट्रीय अनुमति खेलों में १ स्वर्ण पदक
1998: -- फ़ुकोका की एशियाई दौड़-कूद प्रतियोगिता में १ स्वर्ण, १ रजत व २ कांस्य पदक।
नई दिल्ली में राजा भालेंद्र सिंह दौड़ प्रतियोगिता में २ स्वर्ण व १ रजत पदक बैंकाक एशियाई खेलों में ४x४०० रिले दौड़ में १ रजत पदक
1999: -- काठमंडू
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